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Two friends named Veer and Jay lived in a small village. They both fulfilled their dream and joined the army. Veer urged Jay to wait until he reached there, as it would be risky for him to go alone. However, Jay ignored his advice and went ahead to rescue his injured friend. In the end, Jay expressed his trust in Veer, who successfully saved him. अपने आशु रोक नहीं पाऊगे दो दोस्तों की कहानी सुनकर एक छोटे से गाउं में वीर और जै नाम के दो दोस्त रहते थे। एक समय आया जब दोनों ने अपना सपना पूरा किया और सेना में भर्ती हो गये। बहुत ही जल्द उन दोनों को भी देश की सेवा करने का म तब तक तुम वहाँ पहुँचोगे तब तक तुम्हारा दोस्त वीर गती को प्राप्त हो गया होगा और तुम भी अपनी जान को जोखिम में डालोगे। लेकिन उसने कप्तान की बात को नजरंदाज कर दिया और अपने घायल दोस्त को बचाने के लिए आगे पहुँच मैं उसे लेने के लिए वहाँ व्यर्थ नहीं गया जब मैं उसके पास पहुँचा तो वो मुस्कुराया और मेरी तरफ देखा उसने कहा मेरे दोस्त मुझे विश्वास था कि तुम मेरे लिए जरूर आओगे ये मेरे लिए उसके आखिरी शब्द थे मैं उसे बचा तो न