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एक बार की बात है, एक चोटे से गाँ में किशन नाम का एक किसान रहता था। किशन बहुत मेहनती था और अपने खेतों में कड़ी मेहनत करता था। वह रोज सुबह उठकर अपने बैलों के साथ खेद जोतने जाता और पूरे दिन खेतों में काम करता था। उसके पास ज्यादा ज्मीन नहीं थी लेकिन जो भी थोड़ी सी ज्मीन थी वह उसे पूरे मन से संभालता था। किशन का एक सपना था कि एक दिन वह अपनी ज्मीन को इतना उपजाओं बना देगा कि उसके खेतों में खूब फसल होगी और उसे कभी किसी चीज की कमी नहीं होगी। लेकिन कुछ सानों से बारिश कम हो रही थी और उसकी फसलें अच्छी नहीं हो पा रही थी। कई बार उसे लगा कि उसे खेती छोड देनी चाहिए लेकिन फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी। एक दिन गाव में एक बूड़े आदमी से उसकी मुलाकात हुई जिसने उसे समझाया किशन मेहनत के साथ धैर्य भी रखना चाहिए। कभी कभी परिराम आने में समय लगता है लेकिन अगर तुम्हारा मन सच्चा है और तुम निरंतर प्रयास करते रहोगे तो सफलता जरूर मिलेगी। किशन ने उस बूड़े की बात मानी और फिर से पूरे जोश से काम में जुड़ गया। कुछी महीनों बाद मौसम ने � से अच्छी फसल उगाई। इस कहानी से यह सीख मिलती है कि कठिनाईया भले ही आ जाएं लेकिन अगर हम मेहनत और धैज़े से काम करते रहें तो सफलता जरूर मिलती है।