Details
Nothing to say, yet
Details
Nothing to say, yet
Comment
Nothing to say, yet
The transcript discusses the habits of billionaires such as Mark Zuckerberg, Warren Buffet, Bill Gates, and Oprah Winfrey. These individuals are known not only for their wealth but also for their habits. They believe in being frugal and not spending based on their financial status. They emphasize the importance of improving skills, reading books, diversifying investments, and saving for emergencies. They also believe in philanthropy and giving back to society. These habits may not make everyone rich, but they can definitely help in life. दोस्तों मार्क जाकबर्ग, बिल गेट्स, वारण बुफे और आपरा विम्फरी को कौन नहीं जानता, इनका नाम दुनिया के टौक के अमीर लोगों में आता है. इन लोगों में अमीर होने के अलावा क्या कौमन है? वो है इनकी हाबिट्स. इन में और इन जैसे कई बिलिनेर्स में कुछ ऐसी हाबिट्स कौमन हैं, जो इनके फाइनांशल स्टेटस से डारिक्ली नहीं, तो इन डारिक्ली जुड़ी हुई हैं. आये जानते हैं इनकी और इन जैसे बाकी बिलिनेर्स की कौमन हाबिट्स. ज़रूरी नहीं कि ये हाबिट्स आपको भी अमीर बना देंगी, परन्तु यह हाबिट्स आपको लाइफ में डेफिनिटली हेल्प करेंगी. वारन बुफे दुनिया के जाने माने अमीरों में से एक हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो अभी भी उसी घर में रहते हैं जो उन्होंने 1958 में खरीदा था. Similarly, Mark Zuckerberg को कौन नहीं जानता? Mark Zuckerberg महंगे कपड़े या महंगी गारी चलाने में विश्वास नहीं रखते. वे जानी जाते हैं एक ही जैसी ग्रेट टीशर्ट रोस पहनने के लिए और अपनी पुरानी गारी चलाने के लिए. Warren Buffet और Mark Zuckerberg चाहे तो आलिशान से भी आलिशान घर और कपड़े खरीच सकते हैं, मगर वो ऐसा नहीं करते. वो अपने financial status के मुताबिक खर्चा करने में विश्वास नहीं रखते. उनका मानना है कि अगर आपके कमाने की ख्षमता बरती है, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपने खर्च करने की ख्षमता को भी बढ़ाना चाहिए. अपने life style को अपनी बरती हुई income के साथ मत चोड़िये. अगर आपका काम पहले पुराने घर, गारी और कपडों में � उध्हारी पर अपनी जिन्दगी को कभी नहीं तिकाना चाहिए. जितनी चादर हो, उतने ही पैर फलाओ. अगर आपकी income किसी चीज़ को नहीं ले पा रही है, for example TV, AC या फ्रिज या फिर कोई और भी चीज़, तो आप पहले उस चीज़ के लिए अपना बजट बनाएं और फिर सेविंग्स करें. सेव करके आप कुछ टाइम बाद उस चीज़ को खरीच सकते हैं. ऐसा करने से आपको अपने ऊपर एक सुकून भरा गर्भ होगा. आप उध्हारी की जिल्लत से भी बचेंगे और अपने करियर की शुरुवात एक मामूली से न्यूज एंकर के तौर पर अमेरिका में की थी. आपरा खुद बताती है कि वो अपनी कुम्यूनिकेशन स्किल्स को इंप्रूव करने के लिए लगातार कोशिश करती थी. बिल केट्स की आदत है किताबे पढ़ने की. वे एक हाफ़ते में नजाने कितनी किताबे पढ़ लेते हैं. ना जाने उन्हें किताबे पढ़ते पढ़ते कब कौनसा आइडिया आजाए, जो वो अपने नेक्स्ट बिस्नस में यूज कर ले. अपनी स्किल्स इंप्रूव करना और न्यू स्किल्स डिवेलब करना भी एक लॉंग टर्म इंवेस्ट्मेंट की तरह है. इसका इंपाक्ट इमीजेटली नहीं, तो लॉंग टर्म में तो जरूर ही दिखेगा. ये आपको अपनी करंट जॉब या बिस्नस में हेल्ब कर सक था. कोई भी इंवेस्ट्मेंट स्टार्ट करने से पहले ये सोचें कि यह इंवेस्ट्मेंट मुझे 10 या 15 सालों में क्या रिटर्न देगी? ऐसा करने के लिए आपको बहुत पेशिंच की जरूरत है. और आपको बहुत साधा फाइनैंचल डिसिपलिन भी चाहिए होगा. हर महीने या साल में कुछ साइजबल अमांट सेव करना और उसे फ्यूचर इंवेस्ट्मेंट के लिए जोड़ के रखना एक मुझ्किल टास कर लेते हैं. पर ऐसा नहीं करना चाहिए. यही ना करना फाइनैंचल डिसिपलिन कहलाता है. ऐसा करना नामुँखिन नहीं है. अगर आप 5 सालों तक ऐसा कर सकते हैं, तो 15 या 20 सालों तक भी कर पाऊगे. आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी, Don't put all your eggs in one basket. आईए इसका मतलब समझते हैं. Let's say कि आपके पास एक sizeable amount है इंवेस्ट करने के लिए, 10 लाख रुपे और आपको stock markets की अच्छी खासी knowledge है, तो क्या आपको 10 के 10 लाख रुपे stock market में लगा देने चाहिए? यदि आप ऐसा करते हैं, तो इसे हम कहेंगे putting all your eggs in one basket. आपको अपनी investment को diversify करना आना चाहिए. आपको कुछ amount stocks में इंवेस्ट करना चाहिए, let's say 3 लाख रुपे. आपको कुछ gold में और कुछ real estate में इंवेस्ट करना चाहिए या फिर किसी और जगह, so that आपकी investment diversify हो जाए. और इसे हम कहेंगे not putting all your eggs in one basket. जिसमें आप save करते हो ऐसे दिन के लिए जब अचानक से life में आपको पैसों की जरूरत आन पड़े. ये आपका secret fund है, जिसमें से आप पैसे तभी निकालोगे, जब आपको अपनी life में कोई emergency का सामना करना पड़े. ऐसे में आपको किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और banks के चकर भी नहीं काटने पड़ेंगे. Bill Gates, Mark Zuckerberg, Warren Buffet और बाकी और भी billionaires इतने सारे assets और धन होने के बावजूद अपना कमाया हुआ सारा पैसा खुद पर ही नहीं खर्च कर देते हैं. उनका मानना है कि यदि आपको भगवान ने आपकी जरूरत से जादा धन दिया है तो वो आपकी समपत्ती नहीं है. आप उस धन के trustee हैं और ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप वो धन अपने से जादा जरूरतमंद जीवों में distribute करें. Tata group and Infosys group इस philanthropy के कुछ उधारण हैं. पैसे कमाने और save करने के बाद थोड़ी kindness खुद को भी दिखाएं और आप अपने उपर भी कुछ खर्च करें. धन्यवाद.