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रादे रादे हरी कृरिश्न दोस्तों मेरा नाम है रिशी और स्वागत करता हूँ मैं अबने चानल हिंदू घ्यान हब में दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं उस बुक के वारे में जिसे विराट कोली, रजनी कांथ, संधीप महेश्वरी और ना जाने कितने ही ऐसे लोग हैं जो इस बुक को रेकमेंड करते हैं और आपल कंपिनी के फाउंडर स्टीफन जॉब्स बताते हैं कि यही वो बुक है जिसके जरिये उनकी सर्फ रिलाइजेशन की एनरजी स्टार्ट हुई थी जिसका उनको और उनके बिजनस को बदल कर रख दिया था और जब स्टीफन जॉब्स की डेथ हुई थी तो उनकी डेथ एनरजी स्टार्ट के में इस बुक को की 500 काऊपिया मंगवा कर बाटी गई थी वहाँ पर मौझूद सभी गेस्टों को दी गई थी इस बुक का नाम है The Autobiography of a Yogi और 1945 में जब परमहंस योगनन जी ने इस बुक को कम्प्लीट किया था तब उन्होंने कहा था कि All done and this book will change the lives of millions और उनकी यह बात बिल्कुल सही साभित हुई क्योंकि आज सच में इस बुक ने लाकों लोगों की जिंदगी पढली है और अब आपकी बारी है आज अब यह पर हम पहले यह जान लेते हैं कि ये योगनन जी है कौन तो स्वामी योगनन जी का जन्म 5 परवरी 1983 में गोरकपूर की एक बंगाली फैमिली में हुआ था और तब उनका नाम मुकुंदलाल गोर्श रखा गया इसके तो टोटल इनके टोटल साद भाई बह करते थे और उसके बाद यहाँ पर आता है एक कहाणी में एक बहुती बड़ा ट्विस्ट क्योंकी योगनन जी का पहले से ही स्पीच्वल कनेक्शन था जैसे की उन्होंने उन्हें कई बार अपने पिछले जन्म की बाते याद आती थी जैसे की वो पिछले जन्म में हिमा और उनके पिताजी कलकता के एक शादी के प्रिपरेशन कर रहे थे और तब उनके मा मन में विचार आता है की उनकी मा का डेथ होने वाला है योगनन जी अपने पिताजी से कहते हैं पिताजी मुझे मम्मी के पास जाना होगा लेकिन जब तक वो अपनी मम्मी के पास पहुंसते हैं तब तक उनकी मा शांत हो जाती है और सिर्फ यही नहीं बलकि उन्हें स्पीच्वल ड्रीम्स भी आते थे जिसमें उन्हें उनके गुरू दिखाई देते थे और उनके गुरू उन्हें शिक्षा देते हैं और इसी वज़े से उनका लक्ष बन जाता है कि मुझे हिमालय जाना है और अपने गुरू को ढूढते हैं और अपने गुरू की तलास में वहाँ अलग-अलग शहर और गा जैसे ही वह एक ऐसे योगी से मिलते हैं जो अपने ही जैसा एक और शरीर बना सकते हैं और साथ में एक ही साथ दो जगा मौजूद रह सकते हैं इसके बाद में वहाँ गंद बाबा से मिलते हैं जो की अपनी योगिक सिद्धियों से की मदद से किसी भी फूल की स्मेल को कि इसके बाद में वहाँ एक ऐसी योगी से मिलते हैं जो की अपनी योगिक सिद्धियों की मदद से हवा में कुछ उचा उट सकते हैं इन सभी की सिद्धी मन को तो मोले ने वाली थी और बहुती आकरशक थी और योगानन जी ने इन सभी योगियों से बहुत कुछ सीखा ल वह तो उनकी आंतरीक अनुभूती से आकरशक थे और अभी तक उन्हें वो गुरु नहीं मिले थे जिसका उन्हें स्पीरीज्वल विजन आता था और उन्ही गुरु की खोज में वह सत्र साल की उम्र में बनारस की ओर चल देते हैं और पाइनली बनारस के बजारों में उ दोनों के बीच में एक बहुती स्टॉंग कनेक्शन फिल होता है इसके बाद में युगनन्जी युकतेश्वर गिरी से अपनी शिक्षा ग्रहन करते हैं और युकतेश्वर जी उन्हें सिखाते हैं क्रिययोग और उन्हें कहते हैं कि किसी दिन तुम्हें क्रिययोग का प् युगनन्जी बताते हैं कि लोग क्रिययोग का ज्यान भूल गय थे और तभी भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत में अर्जुन को इसका भी उपदेश दिया था युगनन्जी बताते हैं कि क्रिययोग योग की सबसे उच्छ तकनीक है जिसमें प्रयाम की तरह अपनी लेकिन कोई भी इंसान इसे अकेले नहीं सीख सकता सीखने के लिए उसे चाहिए एक गुरु और इसलिए युगनन्जी कई लोगों के गुरु बने युगनन्जी पहलों तो भारत में ही क्रिययोग सिखाते थे और उन्हें कई सारे स्कूल खोले जहां पर वह बच्चों को योगा और प्रयायाम सिखाते थे और साथ में ही प्रैक्टिकल नौलेज्ज भी देते थे लेकिन जैसे कि उन्हें के गुरु का आदेश था कि इसका प्रचार करने के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के तरब और भारत में क्रिययोग का प्रचार करने के बाद वह जाते हैं पश्षिम के देशों में और पश्षिम के देशों में भी योगा बहुत प्रच करने के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लि� तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम क के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए त� पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम क के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए त� तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम क अगर आप एक बार कोई भी विचार अपके दिमाग में बैठा गया है तो उसे हकीकत बनने में देर नहीं लगती है आपके लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लि� तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें जाना होगा पश्षिम के लिए तुम्हें � यूगरनंजी बताते हैं कि आपको दूसरे लोगों से मधूर्ता से बोलना चाहिए अगर आप वो लोग जो दूसरों को सही सला देते हैं वहाँ लोग महान होते हैं और वही वहाँ लोग जो दूसरों को सिर्फ मजा कुडाते हैं वहाँ लोग निंदा के लाइक होते हैं क्योंकि पास्ट आपके हाथ से निकल गया है और ना ही आपको फ्यूचर के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि वह भी आपके हाथ से आतमें नहीं है आपको सिर्फ प्रजन्ट में जीना है वर्तमान में जीना है और अपने कर्मों को करते रहना है दोस्त अगर आपको यह बुक पढ़नी है तो आप अपने आसपास के बुक स्टोर से ले सकते हैं अगर आपको यह वीडियो अच्छी लगी तो चैनल को सब्सक्राइब करके बेल आइकन को प्रस जरूर करे मैं आपसे मिलूंगा अगली वीडियो में तब तक के लिए रा