Details
Nothing to say, yet
Details
Nothing to say, yet
Comment
Nothing to say, yet
स्कूलों और खालोजों में जो गन उठाने वाली अउरत होती है असल में वो सफाई वाली अउरत होती है गन मचाने वाला आपका बेटा होता है लेकिन आप अपने बच्चों को सिर्फ पढ़ने और लिखने के लिए बेचते हैं असल में सीखने के लिए नहीं अगर सीखने के लिए होते तो आज इस तरह की परवरिश और इस तरह की बाते और इस तरह के अलखा बातों से उन लोगों को ना नवास दे जो आपकी नज़र में अनपड़ है वो आपके बच्चे से हदार मरतबा अच्छी है जो अनपड़ होके भी सफाई करती है और आपका बेटा पढ़ लेके भी गन मचाता है